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माँ…………

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माँ…………


जीने का ढंग, अंदाज है माँ।
खनकती चूडि़याँ का साज है माँ।।
त्यागमय, संस्कारों की निधि है माँ।
समग्र संवेदनाओं की परिधि है माँ।।
जाड़े में बच्चों का दुशाला है माँ।
ड्योढ़ी-आँगन का उजाला है माँ।।
आत्मीयता का पथ, अनुबंध है माँ।
दायित्वों की प्रहरी, संबंध है माँ।।
मंगल कामना, आशीष है माँ।
पूजा-नमाज में झुका शीश है माँ।।
करूणा, ममता की गीता है माँ।
सहनशील, बहती सरिता है माँ।।
जीवन मंत्र और वैदिका है माँ।
शिक्षा-संस्कृति की संवाहिका है माँ।।
सुखी समृद्ध जीवन का चमन है माँ।
प्यार, कर्मठता का आचमन है माँ।।
स्वर, मधुर साधना, बंदगी है माँ।
जीवन संजीवनी, सादगी है माँ।।
विनम्रता, कठोरता, तप, शक्ति है माँ।
स्वयं ईश्वरीय अभिव्यक्ति है माँ।।

रचयिता
मोहम्मद आरिफ
(कवि, लेखक, गीतकार)
(India Book of Records Holder)
50, सिद्धवट मार्ग, मेन रोड
भैरवगढ़-उज्जैन (म.प्र.)
मो. 9009039743, 7806002306

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