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सुबह का अखबार………………
सुबह का अखबार
अब अखबार कहाँ
विज्ञापनों का अजायबघर है
लाख, ढूँढने पर
नहीं मिलती अच्छी खबर
सुबह का अखबार
भरा पड़ा है
अधनंगी तस्वीरों से
झूठे विज्ञापनों से
यौन उत्तेजना कैप्सूलों से
वर-वधू की तलाश से
ईनामी टिकट से
लुभावनी छूट से
बिक रहा है
सुबह का अखबार
अश्लील विज्ञापनों से
सुबह का अखबार
मिटा रहा है
अपनी अजगरी भूख को
अश्लीलता से
बेबसी, लाचारी से
साम्प्रदायिक दंगों से
आतंकी हमलों से
दुष्कर्म, बलात्कार से
महिला उत्पीड़न से
बाढ़, भूकम्प की त्रासदी से
कर रहा है
करोड़ों की कमाई
सुबह का अखबार
बन गया है
सुबह का अखबार
जैसे कोई कागज का शापिंग माॅल।
मोहम्मद आरिफ
50, सिद्धवट मार्ग, मेन रोड
भैरवगढ़-उज्जैन (म.प्र.)
मो. 9009039743
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