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जिन्दगी

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जिन्दगी

हर दिन
एक नया सवेरा है जिन्दगी
अगर देखना है
ईश्वर को तो
देख लीजिए आयना अपना
ईश्वर हमारे भीतर ही है
जो करता है साक्षात्कार कर्मों से
वह दिखावे से नहीं
कर्मों से होता है खुश
जिन्दगी एक गुलदस्ता है
जिसमें
भाँति-भाँति के सुमन
दे रहे हम को मधुर सुगंध
जहाँ खतरों के खिलाड़ी
नित नए रचते है कीर्तिमान
बिन आँखों के भी
उजाला है जिन्दगी
जहाँ उम्मीदों और सपनों को
सजाने से
मिलती है अपार समृद्धि
रखें होठों पर
मुस्कान की झिलमिलाहट
औरों को हँसाए
बाँटे खुशियाँ अपार।

मोहम्मद आरिफ
50, सिद्धवट मार्ग, मेन रोड
भैरवगढ़-उज्जैन (म.प्र.)
मो. 9009039743

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